शुक्रवार, 21 मई 2021

मां, हाइकु

मां___
1_💕
है अनपढ़
फिर भी पढ़ लेती
मेरे दर्द, मां!
2_💕
वरदान सी
मेरे झुके सिर पे
दे असीस, मां!
3_💕
नींद गंवाई
ना करती आराम
अनोखी है, मां!
4_💕
पीड़ा हरती
टीस पे मल्हम सी
धन्वंतरि मां!
5_💕
उम्र की सांझ
पाया था मन्नतों से
मां बनी बांझ
6_💕
मेरे नन्हे! है
तुमसे प्यार, जब
तुम थे नहीं
7_💕
जब हों निराश
मां की दुआ, है आस
पूर्ण विश्वास
8_💕
धुरी घर की
मां! जीवन दायिनी
ऑक्सीजन सी
9_💕
मां का प्यार
अभी-अभी समझा
वो चल भी दीं

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