बुधवार, 14 नवंबर 2018

खुशी की अभिव्यक्ति

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#खुशी की #अभिव्यक्ति #वैयक्तिक है। चाहे हम #खुशी में डूबे हों, या #दुख के अथाह सागर में डूबे हों, इसकी #गहराई को समझना #महत्वपूर्ण है। भवानी प्रसाद मिश्र कहते हैं_हंसो तो बच्चों की तरह #खिलखिलाकर, रोओ तो #तिलमिलाकर, #खालिस सुख #खालिस दुख। #मध्य का कुछ भी, कोई बात नहीं। #चयन आपका है दुखों कष्टों को #अवरोध मान लिया जाए, या रास्ते का #दिशासूचक!! यह #आपकी #सोच पर निर्भर करता है कष्टों, दुखों की कसौटी पर स्वयं को घिसकर  #निखारना चाहते हैं या #अवसाद के अंधेरे में डूबे रहना।
सुप्रभात!Have a good day.....

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