बुधवार, 27 मार्च 2019

बहुत खास हो तुम!


✍️बहुत खास हो तुम!

हां! बहुत खास हो तुम,
दिल के बहुत पास हो तुम!

सूरज की पहली किरण,
भोर की नई उजास हो तुम!

नैराश्य भरी जिंदगी में,
जीवन की नई आस हो तुम!

मेरे प्यार, इश्क, मोहब्बत,
जीवन का आभास हो तुम!

ढूंढ़ती हैं निगाहें हर वक्त,
यहीं कहीं आस पास हो तुम!

दीदार हो जाए, बस एक झलक,
जीवन का नूर,आधार हो तुम!

हवाओं में घुली बहारें, महक,
प्राणों में बसी सांस हो तुम!

गर रूह का घर है ये जमीं,
तो मेरे लिए आसमां हो तुम!

मंदिर,देवालय सब जग ढूंढ़ा,
भोर सवेरे की अरदास हो तुम!

प्रभु का दिया आशीर्वाद हो तुम,
हां बेहद, बेहद खास हो तुम!

प्रभु! दे चुका है मन, सब कुछ,
हर बार यह बताना जरूरी तो नहीं!!

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