रविवार, 20 जनवरी 2019

पेरेंटिंग


✍️ पेरेंटिंग
#सफलता और #नियमित #अभ्यास ---------
आजकल बच्चे पढ़ाई,कैरियर को लेकर बहुत जल्दी तनाव में आजाते हैं। #स्मरण रहे,#सफलता के लिए #नियमित #अभ्यास जरूरी है। #अच्छी चीजें देर से #असर करती हैं। कई बार देखने में आता है, कि माता पिता या गुरुजनों द्वारा #प्रेरित किये जाने के #बावजूद भी बच्चे #नियमित व्यायाम, खेलना,  अच्छा आहार या पढ़ाई नहीं करना चाहते। इसके लिए आप #जिम्मेदार #नहीं हैं, जिम्मेदार है #न्यूटन का #लॉ ऑफ #इनर्सिया। जिसमें उन्होंने साबित किया था कि #जो चीज जहां पड़ी है, #वहीं #पड़ी रहना #चाहती है। #बचपन इस #नियम से जल्दी ही प्रभावित होता है। बच्चे हर गतिविधि का #इंस्टैंट तुरंत #फायदा तलाशते हैं, लेकिन अच्छी चीजें, बातें  #देर से #असर करती हैं। जबकि #बुरी चीजें बेहद जल्दी प्रभाव दिखाने लगती हैं। इसीलिए बच्चों को चाहिए कि प्रयास नियमित जारी रखें, ताकि उसका दूरगामी अच्छा परिणाम (फायदा) मिल सके। माता पिता को भी विशेष धैर्य की आवश्यकता है। इस उम्र में बच्चे कई बार आदेश सुनना पसंद ही नहीं करते, और पैरेंट्स अपनी बात मनवाने पर अड़ियल रवैया, क्रोध भी अपना लेते हैं, जोकि उचित नहीं है। इसलिए बिना सख्ती किए, आपके आचरण द्वारा, बच्चों को स्व अनुशासन से, नियमित अभ्यास के लिए प्रेरित होने दें। अन्यथा बच्चों और बड़ों में क्या फर्क रहेगा। यह बच्चों पर ही नहीं किसी भी क्षेत्र में ज्ञान पिपासुओं के लिए, योगियों के लिए, या स्वयं को पूर्णता के सुखद अनुभूति चाहनेवालों पर लागू है। कहते भी हैं ना ------
करत करत #अभ्यास के जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात पे सिल पर परत निसान।।
If you #practice, you will experience,
And that #experience will #guide you.

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