शनिवार, 20 अप्रैल 2019

आसान नहीं है पेरेंटिंग

🐣(आसान नहीं है पैरेन्टिंग) ----------
बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने में माँ पिता की भूमिका-------

🐣जो लोग स्वयं में विश्वास रखते हैं, सफलता उनके कदम चूमती है।सभी माँ पिता का यह कर्त्तव्य है की वह बच्चों में #आत्मविश्वास की भावना जागृत करें।                           

🐣जिन मातापिता में #झूठ बोलने की आदत होती है, कड़ा अनुशासन,दिखावा पसंद, क्रोधी स्वभाव या बच्चों से मारपीट करने वाले होते हैं, उन बच्चों में आत्मविश्वास की बेहद कमी होती है।या फिर अतिआत्मविश्वासी होते हैं। कम या अति दोनों ही गलत है।

🐣जिन बच्चों में आत्मविश्वास की कमी होती है, वे खुद को कमतर समझने लगते हैं, इससे उनकी कार्यशैली भी प्रभावित होती है।हर समय एक #डर से घिरे रहते हैं कहीं कुछ गलत हो गया तो लोग क्या कहेंगे।इसके चलते कई बार झूठ बोलकर गलती का दोषारोपण भी दूसरों पर कर देते हैं। #बच्चों को कड़े #अनुशासन या #दण्डात्मक प्रक्रिया न अपनाएं।

🐣बच्चे बेहद #संवेदनशील होते हैं, इन्हें प्यार से समझाएं तथा अहसास कराएं कि वह आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।उस पर विश्वास करें, ऐसा नहीं कि उसे डांटे नहीं, उसे प्यार करें लेकिन उसके गलत कार्यो से नहीं।

🐣बच्चे को आप पर पूरा #भरोसा होना चाहिए।उससे #खुल कर #बातें करें, आपकी आत्मीयता तथा प्रोत्साहन आपके बच्चे को और अधिक आत्मविश्वास के साथ कठिनाइयों से सामना करने लायक बनाएगा।कई बार माँ पिता बच्चों में भी भेदभाव करते हैं, #झूठ बोलते हैं यह सही नहीं है। बच्चे तो #मातापिता से ही #सीखते हैं, अन्यथा बच्चे अपने वैवाहिक जीवन हो या सामाजिक या कैरियर,ज्यादा सफल नहीं हो पाते।

🐣बच्चे को #कुम्हार की तरह #सुरक्षा दें,जैसे #मटका बनाते समय अंदर तो #हाथ का #सहारा दे कर रखता है, लेकिन #ऊपर से #थपकी मारता है आकार देने के लिए।बच्चे को उसके योग्य जो कार्य हो उसे करने दें, #अनावश्यक सहारा न दें,अन्यथा या तो बच्चा आलसी हो जायेगा या आत्मविश्वास नहीं बन बनेगा।पता नहीं ये काम कर पाऊँगा या नहीं

🐣बच्चे को अपनी #खूबियों तथा #कमजोरियों दोनों को #स्वीकार करना सिखाएं। कई बार केवल खूबियों को ही स्वीकारते हैं तो अतिआत्मविश्वासी तथा केवल कमियां ही देखते हैं तो हीन भावना का शिकार हो जाते हैं।

🐣सही और गलत के बारे में उसे #विस्तार से बताएं, सकारात्मक उदाहरण देकर समझाएं। सही गलत,सुख दुःख,अच्छा बुरा,सकारात्मक नकारात्मक, पास फेल ,सफलता असफलता ये सभी एक सिक्के के दो पहलू  हैं। बच्चों को समझाएं कोई भी चीज स्थाई नहीं है।अतः #निराशा को अपने ऊपर #हावी न होने दें।

🐣आत्मविश्वास को बनाये रखने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका #माँ पिता और #गुरुजन की ही होती है।

🐣जिसकी सोच में #आत्मविश्वास की महक है, जिसके इरादों में हौसलों की मिठास है,
और जिसकी नीयत में सच्चाई का स्वाद है,
उसकी जिंदगी महकता हुआ गुलाब है।

🐣जिन बच्चों में #आत्मविश्वास की कमी होती है, उनके गलत रास्ते पर #भटकने की सम्भावना अधिक होती है अतः समय रहते ही बच्चों पर ध्यान दें,एवम् खुद का आचरण भी सही रखें।अन्यथा केवल ध्यान रखने से भी कुछ नहीं होगा,बच्चे आप की हरकतों का अनुसरण जाने अनजाने करते ही हैं।

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